Friday, August 18, 2017

RAINS TO COMEBACK IN COUNTRY AFTER A BREAK [WITH HINDI/हिंदी UPDATE]

After giving flooding rains over Gujarat & Rajasthan monsoon  gone on holiday for quite sometime as Monsoon axis shifts over Foothills creating flooding in Bihar & NE india while lul in Most parts of Central, west & Northwest india. Due to long break Bangalore & chennai get major share of rains both cities recorded heavy rains during last few days but likely to decrease significantly. Now rains are all set to comeback over interiors of country which is much needed.    The axis of monsoon trough at mean sea level continues to pass through Amritsar, Ambala, Budaun, Sidhi, Jharsugda, centre of low pressure area and hence southeastwards
to eastcentral Bay of Bengal.
  The low pressure area over northwest Bay of Bengal and adjoining coastal Odisha
persists. Associated upper air cyclonic circulation extending upto 9.5 km above mean sea
level tilts southwestwards with height also persists.
Monsoon axis likely to shift southwards further due to which rains may occur over DelhiNcr, Punjab, Haryana & NW UP on Saturday & Sunday but no major rains expected as on now, on & off rains will continue next week. Low pressure area will give Heavy rains over Telangana, North Andhra pradesh, vidarbha, SW Madhya Pradesh, South CG & Odisha, while moderate over Marathwada tommorow i.e 19 August. From 20 August Rains will increase over Marthawada & Parts of Maharashtra & Madhya pradesh widespread heavy to very heavy rainfall may occur over region which may cause water logging and increase in water levels of canals/Rivers. By next week rains will shift to Gujarat & parts of south Rajasthan. Finally rains will comeback over needed areas of country, farmers & residents to get major relief.
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BY: Navdeep Dahiya
(Founder/CEO LWI)
©LWI

HINDI/हिंदी UPDATE:-

लंबे विराम के बाद देश में वर्षा की वापसी

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राजस्थान और गुजरात के भागों में भयंकर वर्षा करने के बाद मानसून मानो जैसे कहीं छुट्टियों पर निकल गया हो इसके पीछे का मुख्य कारण मानसूनी गर्त का भारत के तराई क्षेत्रों की ओर चले जाना है ।यह गर्त तराई क्षेत्रों से बिहार और उत्तर पूर्वी भारत पर बनी हुई थी जिसके कारण इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है तो वहीं दूसरी तरफ मध्य, पश्चिमी और उत्तर - पश्चिमी भारत के अधिकतर क्षेत्रों में मानसून की चाल सुस्त पड़ गई और मुख्यत: यहां का मौसम शुष्क और उमस भरा बना रहा।
 बेंगलुरु और चेन्नई में लंबे अंतराल के बाद भारी वर्षा तो दर्ज की गई परंतु यह अब ज्यादा दिनों तक जारी नहीं रहेगी और इसमें अचानक कमी आने के आसार है । हालांकि अब लंबे अंतराल के बाद मानसूनी वर्षा देश के अंदरूनी भागों में वापसी करने जा रही है जो इन क्षेत्रों में प्रायः​ बहुत जरूरी है। मानसूनी गर्त इस समय अमृतसर ,अंबाला, बुदाऊ ,सिद्धि ,झारसुगड़ा से होती हुई निम्न दबाव के क्षेत्र तक जा रही है और आगे मध्य- पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। निम्न दबाव का क्षेत्र जो इस समय उत्तर - पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे तटीय उड़ीसा के भागों पर स्थित है जिस से जुड़ा हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र वातावरण में 9.5 किलोमीटर तक बना हुआ है जिसका झुकाव दक्षिणी - पश्चिम की तरफ है  तथा मानसूनी गर्त के भी दक्षिण में खिसकने के आसार है जिसके कारण दिल्ली- एनसीआर ,पंजाब ,हरियाणा और उत्तर -पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शनिवार और रविवार को वर्षा का झोंका देखने को मिल सकता है किंतु इस समय इन क्षेत्रों में अच्छी बारिश की उम्मीद नहीं है हालांकि पार और बंद बारिश अगले हफ्ते तक जारी रहने के आसार है ।निम्न दबाव का क्षेत्र तेलंगाना, उत्तरी आंध्र प्रदेश , दक्षिणी- पश्चिमी मध्य प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के भागों में भारी वर्षा तथा मध्यम वर्षा मराठवाड़ा के भागों में दे सकता है ।20 अगस्त से मराठवाडा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के अधिकतर भागों में भारी से बहुत भारी वर्षा का कारण बन सकता है जिसके कारण इन क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति से इंकार नहीं किया जा सकता ।बात करें अगले हफ्ते की तो बारिश का प्रसार गुजरात और उससे सटे राजस्थान के दक्षिणी इलाकों में जोड़ पकड़ेगा और आखिरकार इस तरह से बारिश एक बार फिर से लंबे अंतराल के बाद देश में वापसी करेगी और किसानों और यहां के लोगों के लिए जो एक बड़ी राहत लेकर आ रही है।।

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:- मोहित राठोर
   (Mohit Rathor)
  ~हिंदी मौसम पुर्वानुमान अध्यक्ष   एल . डब्ल्यू . आई
  (Chairperson <Hindi weather forecast> LWI)

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